Flu Treatment , फ्लू का ईलाज


 Flu  Treatment ,  फ्लू  का  ईलाज  

फ्लू (इन्फ्लूएंजा) एक  वायरस  है, फ्लू  का  मतलब  वायरस,  एक  ऐसा  वायरस  जो  बोहोत  आसानी  से  हवा  मेँ  फैलता  है  और  बहुत  सी  बीमारियो  को  जन्म  देता  है, जैसे- बुखार  आना,  नाक  बहना,  सर्दी  व  झुकाम, पेट  खराब आदि । यह  इस  बीमारी  के  लक्षण  है। फ्लू  बहुत  से  प्रकार  के  हो  सकते  है।

फ्लू  के  लक्षण 
फ्लू होने के बाद लक्षणों के महसूस होने में 1 से 4 दिन का समय लग सकता है। सबसे खराब लक्षण आमतौर पर लगभग 5 दिनों तक रहते हैं, लेकिन खाँसी 2 से 3 सप्ताह तक रह सकती है। फ्लू का वायरस आपकी नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है। आमतौर पर यह सर्दी होने से बदतर होता है। बाद  में  यह  अन्य  जगह  अटैक  करता  है।
इस  बीमारी  के  लक्षण  अचानक  से  शुरू  होते  है। इनमें  कुछ  शामिल  है  जैसे -

  • बहती या बंद नाक
  • खाँसी
  • गले में तकलीफ़
  • पेट ख़राब होना, उल्टी होना या बहता हुआ मल (दस्त)
  • बुखार या बुखार होने जैसा महसूस करना
  • ठंड लगना
  • मांसपेशियों या शरीर में दर्द
  • सिरदर्द

फ्लू  कैसे  फैलता  है 
आपको ‘फ्लू के मौसम’ के दौरान फ्लू होने की सबसे अधिक संभावना है — आओटियारोआ न्यूज़ीलैंड में मई से अक्टूबर के दौरान।फ्लू (इन्फ्लूएंजा) एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्पर्श के माध्यम से और हवा में बूंदों के माध्यम से जल्दी फैलता है। इनमें शामिल हैं:

  • खासी  आना।
  • छीकें  आना।
  • एक  दूसरे  से  बात  करना।
  • संक्रमित  व्यक्ति  के  संपर्क  में  आना।

 
यह  वायरस  व्यक्ति  को  संक्रमित  करने  के  लिए  कम  से  कम  3  से  5  दिन  लेता  है। छोटे बच्चों को संक्रमित होंने के लिए 5 दिन का समय लगता है।

 
फ्लू  कब  तक  संक्रमित  रहता  है


फ्लू के लिए ऊष्मायन अवधि आम तौर पर 1-3 दिनों तक के संपर्क में आने तक रहता है। यदि आप को फ्लू संक्रमण होता है, तो आप लक्षण विकसित होने के एक दिन पहले किसी को संक्रमित कर सकते हैं, और कभी कभी लक्षण आने के पांच दिन बाद भी दिखाई देते हैं। इसका मतलब है कि इससे पहले कि आपको पता चले कि आप को फ्लू है आपके कारण यह किसी अन्य को भी हो सकता है।

 
फ्लू  से  बचने  के  लिए  सुझाव (Treatment)


स्वछता  हमें  किसी  भी  बीमारी  से  बचा  सकती  है। इसलिए  हमें  आसपास  के  वातावरण  को  स्वछ  रखना  चाहिए। स्वछ रखने के लिए कुछ सुझाव  निम्न  है। जैसे-


  • यदि आप के पास साबुन और पानी नहीं है, तो डेटॉल वाइप्स या हैंड सैनेटाइसर का उपयोग करें। 
  • यदि आप के पास साबुन और पानी नहीं है, तो हैंड सैनेटाइसर का उपयोग करें। 
  • साबुन और पानी के साथ अक्सर अपने हाथ धो लें।
  • खांसने और छींकने के समय एक टिशु से अपने मुंह और नाक को ढकें। 
  • इस्तेमाल किए गए टिशु को कूड़ेदान में डालें और बाद में अच्छी तरह से अपने हाथ धो लें।

Disclaimer 


इस  लेख  में  लिखित  जानकरी  गलत  भी  हो  सकती  है, इसलिए  कुछ  भी  कदम  उठाने  से  पहले  एक  बार  डॉक्टर  से  जरूर  पूछ  ले।


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